नमस्कार दोस्तों आपका AnekRoop में स्वागत है। आज से मैं आप के लिए कुछ ख़ास लाने जा रहा हूँ। कुछ नया करने जा रहा हूँ। और वह है राजयोग - हो सकता है आप राजयोग के बारे में जानते हो , कुछ लोग नहीं भी जानते है। जो जानते है वे भी इसे जरूर पढ़े। इसमें कुछ ऐसी जानकारी देने जा रहा हूँ जो कभी आपने नहीं सुनी होगी।
राजयोग क्या है?
राजयोग का संधि आप करे तो बनता है -
राजयोग = राज भरा योग। (यानि ऐसा योग जिसमे राज़ भरा हो )
ऐसे तो दुनिया में कई लोग है जो राजयोग के नाम पर आसन-प्रणायाम कराते है।आसन करना कोई योग नहीं है। योग का मतलब होता है मिलन। जब 2 या 2 से अधिक चीजें आपस में मिलते है तो उसे योग कहते हैं।
तो यह योग है आत्मा का परमात्मा से। जिस योग से आत्मा का मेल परमात्मा के साथ होता है उसे हम राजयोग कहते है। अब आपके अंदर बोहोत सारे सवाल आ रहे होंगे।
1. आत्मा परमात्मा से कैसे मिलेगा?
2. आत्मा परमात्मा से मिलता है तो इसमें राज़ की बात क्या है ?
rajyog kya hai |
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आत्मा परमात्मा से कैसे मिलेगा? राजयोग से।
यदि आत्मा को परमात्मा से मिलाना है तो हमें सबसे पहले आत्मा और परमात्मा के बारे में जानना होगा। आत्मा क्या है ? परमात्मा क्या है ? दोनों में सम्बन्ध क्या है ? दोनों में क्या-क्या शक्तियां है ?
और दो को मिलने के लिए साथ में होना जरूरी होता है। जब कोई साथ हो तब ही मिलने का एहसास होता है।
सिर्फ परमात्मा के बारे में ज्ञान हो जाने से उससे मिलना नहीं कह सकते। Practical में होना जरूरी है।
तो इस राजयोग से आप परमात्मा से Practical में मिलने का अनुभव कर सकते है।
आत्मा परमात्मा से मिलता है तो इसमें राज़ की बात क्या है ?
इसमें बोहोत गहरा राज़ छुपा हुवा है। एक होता है practical में मिलना यानि शरीर के द्वारा परमात्मा से मिलना और एक होता है , खुद को परमात्मा जैसा बनाना।
मुरली point - मैं तुम्हे आप समान बनाने आया हूँ। निराकारी , निर्विकारी ,निरहंकारी।
शरीर से मिलना कोई बड़ी बात नहीं है , लेकिन शरीर में रहते उसके जैसा बनना यह बड़ी बात होती है।ओर यही है असल में परमात्मा से मिलना। यानि उसके समान बनना। क्यूंकि 2 लोग तभी जुड़ते है , जब उनमे समानता हो। और यही राजयोग का उद्देश्य है।
राजयोग से प्राप्तियां।
- हम अपने आत्मा के बारे में जान सकते है।
- अपने आगे और पिछले जन्म के बारे में जान सकते है।
- परमात्मा से मिल सकते है। उसे अनुभव कर सकते है।
- अपने अंदर से काम ,क्रोध ,लोभ ,मोह ,अहंकार को ख़त्म कर सकते है।
- पतित से पावन बन सकते है।
- इसी जन्म में स्वर्ग का सुख भोग सकते है।
- अपने सभी संकल्पों को पूरा कर सकते है।
- राजयोग से मुख्य 8 शक्तियां मिलती है।
- जिनमे सामना करने की , परखने की ,स्वयं को बचाने की।
- सहन करने की ,समेटने की ,सहयोग शक्ति ,समाने की और विस्तार को सार करने की शक्ति।
- अतीन्द्रिय सुख की अनुभूति।
- मुक्ति और जीवन मुक्ति की प्राप्ति।
राजयोग 7 Days कोर्स हिंदी में।
- मैं कौन हूँ ? Who am I
- तीन लोक कौन से है ? और शिव का धाम कौन सा है ?
- परमपिता परमात्मा कौन है ? और उनके दिव्य कर्त्तव्य।।
- Bhagwan Sabhi Jagah Hai Ya Nahi?
- त्रिमूर्ति।
- सृष्टि चक्र।
- लक्ष्मी -नारायण।
- कल्प वृक्ष।
- सीढ़ी।
- गीता का भगवान कौन ?
तो इन सभी को पढ़ने के बाद आप समझ जायेंगे कि राजयोग कैसे करना है। और इसे अपने जीवन में कैसे धारण करना है। इससे आपको इस दुनिया को देखने का नजरिया बदल जायेगा , आप ऐसा अनुभव करेंगे जैसे कि कोई नई दुनिया में हम जी रहे है।
इसी के साथ मैं आज के इस post को समाप्त करता हूँ। और 7 days कोर्स को जल्द ही आपके लिए लेकर के आऊंगा। तब तक के लिए धन्यवाद आपका दिन सुभ हो।
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