माताजी को पत्र कैसे लिखे |
इस आर्टिकल में यह जानेंगे की-
- माताजी को पत्र लिखने से पहले कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- माँ को उनके स्वस्थ्य की जानकारी के लिए पत्र
- माँ को अपने छात्रावास की जानकारी देते हुए पत्र
- माँ को अपने परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए पत्र
माताजी को पत्र लिखने से पहले कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
वो व्यक्ति जिन्हे आप व्यक्तिगत तौर पर जानते है और आप उन्हें पत्र लिख रहे है तो
वो पत्र व्यक्तिगत पत्र का प्रकार है। हमारे माता-पिता, भाई-बहन या फिर कोई दोस्त
हो उन्हें हम पर्सनली जानते है इसलिए उन्हें हम जो पत्र लिखेंगे वो व्यक्तिगत
पत्र (Personal Letter) कहलायेगा।
व्यक्तिगत पत्र कुछ इस प्रकार लिखा जाता है-
- सबसे पहले पत्र का शीर्षक डालेंगे।
- अब बारी आती है सम्बोधन लिखने की।
- सम्बोधित करने के तत्पश्चात ही अभिवादन लिखा जाता है।
- अब पत्र का सबसे मुख्य भाग लिखा जाता है इसमें आप जो भी अपनी कहानी लिखना चाहते है उसे लिख सकते है।
- पत्र को लिखने के बाद इसका समापन किया जाता है।
माँ को उनकी स्वस्थ्य की जानकारी के लिए पत्र
दिल्ली
4 मई 2021
आदरणीय माँ,
सदर प्रणाम।
मुझे अभी श्लोक के पत्र से ज्ञात हुआ
की आपका स्वस्थ्य ठीक नहीं है। उसने विस्तार से कुछ नहीं बताया आपके बारे
में इसलिए मुझे चिंता और बढ़ गई है।
आशा है, आपने डॉक्टर की सलाह ली है और
उनकी सलाह से दवा ले रही है। आप कृपया नियम से और समय से दवा तथा पथ्य लेने
में लापरवाही न बरते। मैंने अक्सर देखा है की आप सेहत का ख्याल नहीं करती, लेकिन
दुसरो की सुख-सुविधा का ध्यान रखती है।
मैं यह चाहता हूँ की आपके पास रहकर
आपकी देखभाल करू, लेकिन मेरी वार्षिक परीक्षा एकदम नजदीक है। और परीक्षा होने की
वजह से मैं आपके पास आने में असमर्थ हूँ। लेकिन मैं भगवान से यही प्रार्थना
करूँगा की आपका जल्दी से पहले की तरह स्वस्थ हो जाये।
आपको और पिताजी को चरणस्पर्श और
श्लोक को ढेर सारा प्यार। मुझे आपके स्वास्थ्य होने की खबर सुनने की प्रतीक्षा
रहेगी।
आपका प्यारा बेटा,
अशोक
आप इस पत्र का फोटो भी प्राप्त कर सकते है।
माँ को उनकी स्वस्थ्य की जानकारी के लिए पत्र |
माँ को अपने छात्रावास की जानकारी देते हुए पत्र
रिठाला
10 जून 2021
आदरणीय माँ,
सदर प्रणाम।
मुझे आपका पत्र मिला था जानकर बहुत ही ख़ुशी हुई की
आप सभी कुशल-मंगल हो। मैं भी यहाँ छात्रावास में कुशल हूँ।
नामांकन कराकर पिताजी जब वापस लौट गए तब मुझे बहुत
अकेलापन महशूश हुआ। लेकिन धीरे-धीरे मेरे दोस्त बनने लगे और मेरा मन लगने लगा।
मजा तो तब आने लगा जब मैंने यहाँ की पढाई-शैली को देखी। और सबसे अच्छा मुझे यह
लगा की यहाँ पढाई के अलावा और भी कई सारे एक्टिविटीज जैसे- खेल-कूद, किसी मुद्दे
पर बहसबाज़ी, गाने, डांस भी करवाय जाते है और बच्चे के अंदर छिपी प्रतिभा को
निकाला जाता है।
मैं भी यहाँ लगभग सभी कार्यकर्मों में हिस्सा ले
चूका हूँ। पर मुझे सबसे अच्छा डिबेट (बहसबाज़ी) करना लगा। और हाँ सबसे अच्छी बात
यह है की मुझे डिबेट करने में कोई नहीं हरा पाता है। मैं यहाँ खुश हूँ और अब हम
आने वाली परीक्षा की तैयारी पुरे मन लगाकर कर रहा हूँ।
मुझे आपके पत्र की इंतजार रहेगी। माँ पिताजी को मेरी
तरफ से प्रणाम कहना और छोटो को प्यार देना।
आपका प्यारा पुत्र
शुभम
आप इस पत्र का फोटो भी प्राप्त कर सकते है।
माँ को छात्रावास की जानकारी देते हुए पत्र |
माँ को अपने परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए पत्र
वाराणसी
25 सितम्बर 2021
आदरणीय माँ,
सादर प्रणाम।
जैसा की आप जानती हो की अभी हाल ही मेरी
परीक्षा हुई थी। और मैंने परीक्षा में बहुत ही अच्छी तरीके से लिखा था। अब
परीक्षा का परिणाम आ चूका है।
और आपको यह जानकर बहुत ख़ुशी होगी मैं परीक्षा
में केवल उत्तीर्ण नहीं बल्कि पुरे विद्यालय में मेरे सबसे अधिक अंक आए है। और
इसके लिए मुझे मेरे विद्यालय के प्रधानाध्यपक ने पूरी सभा के सामने सम्मानित किया
और उन्होंने आगे भी इसे बरक़रार रखने के लिए प्रेरित किया।
उनके बातों को सुनकर मैं भी काफी उत्साहित
हुआ और उसके बाद से मैंने समय को बर्बाद करने के बजाय मैं आगे की परीक्षा की
तयारी में जुट गया हूँ।
आशा करता हूँ की आपको यह जानकर बहुत खुशी हुई
होगी। पिताजी को मेरा प्रणाम कहना और छोटो को मेरा प्यार देना।
आपका सुपुत्र
सरोज
आप इस पत्र का फोटो भी प्राप्त कर सकते है।
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तो दोस्तों यह थी जानकारी की माताजी को पत्र कैसे लिखे ? आशा करता हूँ की आपको यह
पसंद आई होगी और यह पता चल गया होगा की माताजी को पत्र कैसे लिखा
जाता है।
यदि अभी भी आपको इस पत्र से सम्बंधित कोई भी प्रश्न है तो उसे कमेंट बॉक्स में
अवश्य पूछे। और हाँ इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।
धन्यवाद!
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